TC Ka Full Form, टीसी का फुल फॉर्म क्या होता है, टीसी क्या है, tc ka full form hindi me, tc full form in hindi, T C Full Form, टीसी का मतलब, TC ka Full Form in Hindi, टीसी का अर्थ, टीसी का काम क्या होता है, टीसी क्यों जरूरी है इत्यादि TC ka full form से जुड़े सभी प्रश्नों के उत्तर आपको इस आर्टिकल में मिल जाएंगे।
क्या आप TC Ka Full Form या टीसी से संबंधित किसी भी प्रकार के प्रश्न के उत्तर के लिए हमारे इस ब्लॉग पर आए हैं, यदि आप टीसी से संबंधित किसी भी प्रकार के प्रश्न के उत्तर के लिए हमारे इस ब्लॉग पर आए हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आये हैं।
आज के इस लेख में हम टीसी से संबंधित सभी प्रकार की जानकारियों को देने वाले हैं, टीसी से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी को प्राप्त करने के लिए आप हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें। मैं वादा करता हूं हमारा यह आर्टिकल पढ़कर आपके मन में टीसी और TC Ka Full Form से संबंधित जितने भी प्रश्न होंगे आपको उन सभी प्रश्नों के उत्तर मिल जाएंगे। तो आइये बिना किसी देरी के शुरू करते हैं और इसके बारे में विस्तारपूर्वक(Detailed) जानकारी प्राप्त करते हैं-
TC Ka Full Form –
दोस्तों, TC का फुल फॉर्म ‘Transfer Certificate‘ होता है जिसका हिंदी उच्चारण ‘ट्रांसफर सर्टिफिकेट‘ होता है। इस शब्द को आपने स्कूल में कभी न कभी जरूर सुना होगा।
TC ka Full Form, Transfer Certificate का हिंदी भाषा में अर्थ “स्थानांतरण प्रमाण पत्र” भी कहते हैं। वैसे तो आपको गूगल पर टीसी के बहुत से फुल फॉर्म मिल जायेंगे लेकिन ज्यादातर लोगों के द्वारा TC शब्द का प्रयोग Transfer Certificate के ही इस्तेमाल में किया जाता हैं।
T C Full Form –
T – Transfer
C – Certificate.
Railway TC Full Form (Railway mein TC ka Full Form) –
विश्व में रेलवे के अंतर्गत टीसी(TC) शब्द का अपना एक अलग ही फुल फार्म और मतलब होता है, TC full Form in Railway या रेलवे में टीसी का फुल फॉर्म, Ticket Collector अथवा Ticket Checker होता हैं।
जिसका हिंदी उच्चारण ‘टिकट चेकर’ होता है और इस शब्द का हिंदी अर्थ ‘ट्रेन में टिकट चेक करने वाला’ होता है।
T – Ticket
C – Checker / Collector .
TC क्या है? (What is TC in Hindi) –
अब आपका प्रश्न यह होगा की आखिर यह TC क्या है? इसका क्या उपयोग होता है तो आगे आप जानने वाले हैं कि TC क्या है और TC का उपयोग क्या है ?
तो दोस्तों टीसी का फुल फॉर्म ‘ट्रांसफर सर्टिफिकेट’ होता है, जब हम किसी एक स्कूल की पढ़ाई पूरी करके अन्य किसी दूसरे स्कूल या कॉलेज में प्रवेश के लिए जाते हैं तो पहले वाले स्कूल से हमें एक सर्टिफिकेट दिया जाता है जिसे हम ‘ट्रांसफर सर्टिफिकेट’ कहते हैं। अर्थात्
जब भी किसी छात्र का तबादला होता है अथवा जब कोई व्यक्ति किसी एक विद्यालय की पढ़ाई पूरी कर लेने के बाद अन्य किसी दूसरे विद्यालय में प्रवेश लेने जाता है तो उसे दूसरे विद्याला में एडमिशन लेने के लिए पहले वाले विद्यालय से एक सर्टिफिकेट लेना पड़ता है जिसे ‘ट्रांसफर सर्टिफिकेट‘ कहते हैं।
जब आप एक स्कूल से किसी दूसरे स्कूल में प्रवेश के लिए जाते हैं तो वहां पर आपको तभी प्रवेश दिया जाता है जब आपके पास प्रिंसिपल के हस्ताक्षर के साथ दिया गया ट्रांसफर सर्टिफिकेट होता है, ट्रांसफर सर्टिफिकेट को तभी मान्यता दी जाती है जब उस पर उपयुक्त अधिकारी के हस्ताक्षर हो जैसे यदि वह सर्टिफिकेट स्कूल या कॉलेज का है तो उस पर उस स्कूल के प्रिंसिपल के हस्ताक्षर होने चाहिए तभी उस ट्रांसफर सर्टिफिकेट को मान्यता दी जाती है।
आपको बता दें कि जब आप किसी दूसरे स्कूल या कॉलेज में अपना प्रवेश लेते हैं तो वहां पर आपसे सिर्फ मूल दस्तावेजों (ओरिजिनल सर्टिफिकेट्स) को ही लिया जाता है और उसे विद्यालय में जमा भी कर लिया जाता है। ताकि आप किसी अन्य स्कूल या कॉलेज में अपना एडमिशन/दाखिला न करा लें।
स्कूल की टीसी कैसे होती है?
दोस्तों आइये देखते हैं की स्कूल की टीसी कैसे होती है नीचे टीसी का एक प्रारूप दिखाया गया है जिसकी सहायता से आप तक को जान सकते हैं –
स्कूल से हमें TC कब मिलती है ?
जैसा कि ऊपर हमने आपको बताया कि जब हम किसी एक स्कूल या कॉलेज से पढ़ाई खत्म करने के बाद किसी दूसरे स्कूल या कॉलेज में प्रवेश के लिए जाते हैं तो पहले वाले स्कूल या कॉलेज के द्वारा हमें एक सर्टिफिकेट दिया जाता है जिसे हम ट्रांसफर सर्टिफिकेट कहते हैं। अर्थात्
हमें ट्रांसफर सर्टिफिकेट (TC) तब दिया जाता है जब हम किसी एक स्कूल से अपनी पढ़ाई खत्म करने के बाद उस स्कूल को छोड़कर अन्य किसी दूसरे स्कूल में अपना नाम लिखवाने या आगे की पढाई के लिए किसी दूसरे स्कूल में एडमिशन के लिए जाते हैं।
Example :- मान लो हम किसी स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे जोकि Class 10 से Class 12 तक था तथा उस स्कूल से हमने अपनी इंटर (12th) तक की पढ़ाई पूरी कर ली और आगे की पढ़ाई के लिए हम किसी दूसरे कॉलेज में एडमिशन के लिए जाते हैं तो उस इंटर कॉलेज के द्वारा हमें ‘ट्रांसफर सर्टिफिकेट’ दिया जाता है। ताकि हम अपनी आगे की पढाई जारी रखने के लिए किसी दूसरे विद्यालय में अपना एडमिशन करवा सकें।
हमारे लिए TC क्यों जरूरी होता है –
ऊपर दी गई जानकारी से अब तक आपने यह जाना की टीसी क्या है तथा हमें टीसी कब और क्यों दिया जाता है, अब आइए जानते हैं कि हमें टीसी की जरूरत क्यों पड़ती है –
- जब हम अपनी पढ़ाई के लिए अपने स्कूल को बदलते हैं तो हमें टीसी की आवश्यकता पड़ती है बिना टीसी के हम एडमिशन नहीं ले सकते।
- अगर आप किसी विद्यालय से अपनी टीसी ले लेते हैं तो इसका मतलब यह होता है अब आपका उस विद्यालय से कोई भी लेना-देना नहीं है तथा आप अन्य विद्यालय में प्रवेश लेने जा रहे हैं।
- टीसी की मदद से आपके व्यवहार के बारे में भी पता चलता है कि पहले वाले विद्यालय में आपका व्यवहार किस प्रकार से था तथा आपने उस विद्यालय से कितने अंक प्राप्त किए यह सारी जानकारी उस पर लिखी होती है।
- आपके टीसी को ही देख कर यह निर्धारित किया जाता है कि क्या आप नए वाले विद्यालय में पढ़ने के योग्य है या फिर नहीं, इसलिए प्रत्येक छात्र के पास टीसी का होना बहुत ही जरूरी होता है।
क्या हम डुप्लीकेट TC भी ले सकते हैं –
दोस्तों, बहुत से लोगों का ऐसा मानना होता है कि उनकी टीसी (TC) खो गई, या किसी कारणवश आपको दोबारा से टीसी की जरूरत पड़े तो क्या इस स्थिति में आप अपने स्कूल, कॉलेज या संबंधित कार्यालय से फिर से टीसी को प्राप्त कर सकते हैं?
तो दोस्तों इसका उत्तर है हां एक डुप्लीकेट टीसी प्राप्त की जा सकती हैं। दोस्तों टीसी एक बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज है इसलिए यदि कैसे भी आपकी टीसी (TC) खो जाती है तो इस स्थिति में आप अपने स्कूल या कॉलेज के कार्यालय से एक डुप्लीकेट टीसी बनवा सकते हैं और जरुरत के समय पर उसका इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
आपको यह जानना जरुरी है कि यदि हमारे पास टीसी नहीं होगा तो हमें किसी भी क्षेत्र में चाहे वह पढ़ाई का क्षेत्र हो या फिर जॉब का क्षेत्र हमें वहां पर प्रवेश नहीं मिल पाता है। डुप्लीकेट टीसी प्रदान करने का मुख्य कारण यह है कि किसी भी व्यक्ति की टीसी की वजह से समय और धन की हानि ना हो सके।
डुप्लीकेट TC कैसे लें (How To Get Duplicate Transfer Certificate)-
दोस्तों क्या आपकी भी TC यानि ट्रांसफर सर्टिफिकेट भी खो गयी है और आप भी डुप्लीकेट ट्रांसफर सर्टिफिकेट लेना चाहते हैं तो आगे पढ़िये –
दोस्तों बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिनकी टीसी कहीं पर खो जाती या चोरी हो जाती है, तो ऐसे लोगों की समय और धन की हानि ना हो इसलिए हमें संबंधित कार्यालय, विभाग तथा स्कूल/कॉलेज द्वारा एक डुप्लीकेट टीसी प्रदान की जाती है।
- आप डुप्लीकेट TC के लिए अपने पूर्व कॉलेज जिसमें आप पहले पढ़ते थे उसके कार्यालय में जाएं और वंहा पर जो अधिकारी कार्यालय में बैठा हो उससे अपनी शिकायत लिखित रूप से दें। हो सकता है वंहा पर आपसे डुप्लीकेट TC के लिए कुछ पैसे भी देने पड़े।
- आप उसका पैसा जमा करके एक से दो हफ्ते बाद अपनी डुप्लीकेट टीसी अपने स्कूल के कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं।
डुप्लीकेट टीसी तब प्रदान की जाती है जब हमारी पहली वाली टीसी कहीं पर खो जाती है जिससे आगे कहीं और प्रवेश में हमें दिक्कत होती है तो इस स्थिति में हमें अपने संबंधित कार्यालय, विभाग या स्कूल /कॉलेज से एक डुप्लीकेट टीसी प्रदान की जाती है।
दोस्तों जैसा कि मैंने ऊपर आपको बताया कि टीसी एक बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज होती है जिसके बिना हमें आगे कहीं प्रवेश लेने में बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ता है या यूं कहे तो बिना टीसी के हमें कहीं पर प्रवेश ही नहीं मिल पाता है।
डुप्लीकेट टीसी प्राप्त करने के लिए हमें संबंधित कार्यालय, विभाग या विद्यालय से संपर्क करना होता है, तथा वहां पर उनके द्वारा दिए जाने वाले निर्देशानुसार सभी कार्य को करने पर हमें एक डुप्लीकेट टीसी प्रदान कर दी जाती हैं।
TC के अन्य फुल फॉर्म्स (Other Full Form of TC) –
दोस्तों टीसी (TC) के फुल फॉर्म के लिए अधिकतर ट्रांसफर सर्टिफिकेट (Transfer Certificate) और टिकट कलेक्टर(Ticket Collector) अथवा टिकट चेकर(Ticket Checker) आदि का प्रयोग किया जाता है। परंतु इसके अलावा टीसी(TC) शब्द के और भी बहुत से फुल फार्म होते हैं।
तो आइए जानते हैं कि टीसी शब्द के और कौन-कौन से फुल फॉर्म होते हैं –
- TC – Trinity Cross
- TC – Tesla Coil
- TC – Trusted Commuting
- TC – Total Cost
- TC – Total Chances
- TC – Temperature Coefficient
- TC – Take Command
- TC – Type Certificate
- TC – Traffic Collision
- TC – Total Communication, etc.
Conclusion –
दोस्तों इस आर्टिकल को पढ़कर यही निष्कर्ष निकलता है कि टीसी एक बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज होती है, यदि हमें किसी एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में प्रवेश लेना है तो इसके लिए हमारे पास टीसी का होना बहुत ही आवश्यक होता है बिना टीसी के हम दूसरे विद्यालय में प्रवेश नहीं पा सकते हैं।
जब भी आप एक कॉलेज से ऐसे दूसरे कॉलेज में प्रवेश कराने जाए तो अपने साथ में ट्रांसफर सर्टिफिकेट अर्थात टीसी को जरूर लेकर जाएं, यदि किसी कारण से आपकी टीसी कहीं पर खो जाती है तो आप संबंधित कार्यालय, विभाग या विद्यालय से एक डुप्लीकेट टीसी प्राप्त कर सकते हैं।
FAQs –
TC का फुल फॉर्म क्या होता है?
TC का फुल फॉर्म ‘Transfer Certificate‘ होता है।
रेलवे में टीसी का फुल फॉर्म क्या होता है?
रेलवे में टीसी (TC) का फुल फॉर्म Ticket Collector तथा Ticket Checker होता है।
इंटरव्यू में टीसी का मतलब क्या होता है?
इंटरव्यू में टीसी का मतलब ‘ट्रान्सकांटिनेंटल‘ होता है।
टीसी – ट्रान्सकांटिनेंटल।
TC – Transcontinental.
टीसी का मतलब क्या होता है?
TC का फुल फॉर्म ‘Transfer Certificate‘ होता है, इसका हिंदी भाषा में अर्थ या मतलब ‘स्थानांतरण प्रमाण पत्र’ होता है।
आज आपने क्या सीखा –
आज इस आर्टिकल में हमने टीसी से संबंधित बहुत सी प्रकार की जानकारियों को प्राप्त किया, इस आर्टिकल में हमने टीसी का फुल फॉर्म TC ka Full Form, रेलवे के क्षेत्र में टीसी का फुल फॉर्म, टीसी क्या हैं, टीसी कब मिलती हैं, टीसी की आवश्यकता तथा इसके अलावा टीसी से संबंधित और भी बहुत सी जानकारियों को प्राप्त किया।
दोस्तों अगर आपने हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ा होगा तो आपको टीसी से संबंधित बहुत सी जानकारियां प्राप्त हुई होंगी तथा मैं आशा करता हूं दोस्तों आपको उस प्रश्न का भी उत्तर मिल गया होगा जिसके लिए आप हमारे इस ब्लॉग पर आए थे।
दोस्तों हमारा यह आर्टिकल TC ka full form आपको कैसा लगा हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं तथा यदि हमारे इस आर्टिकल से संबंधित आपके मन में कोई प्रश्न हो तो वह भी कमेंट करके जरूर बताएं।
दोस्तों यदि हमारे इस टीसी से संबंधित आर्टिकल पर आप हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं तो हमें नीचे कमेंट करके बताइए, मुझे आपकेेेे फीडबैक का इंतजार रहेगा।
अगर हमारे द्वारा दी गयी यह जानकारी (TC Ka Full Form) आपको पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तोंं के तथा सोशल नेटवर्किंंग साइट्स पर भी शेयर करें। ऐसे ही और जानकारियों को पाने के लिए रोजाना हमारे इस इंटरनेशनल ब्लॉग www.avrtrend.in पर विजिट करते रहें (धन्यवाद)