क्या आपने कभी BE शब्द के बारे में सुना है? या क्या आप जानते हैं की BE kya hai? या BE Full Form क्या होता है?
नमस्कार दोस्तों मैं freshlifepulse.com पर आपका स्वागत करता हूं। क्या आप भी वेब पर BE के बारे मे (BE Full Form) सर्च करते है? यदि हाँ तो आज के इस लेख में आपको BE kya hota hai? BE ka Full Form kya hota hai? के बारे में विस्तार से जानेंगे। इस लेख को पढ़कर आप BE Full Form? (BE kya hai) अथवा BE ka Full Form इत्यादि BE के बारे में डिटेल में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
BE Full Form
“BE का फुल फॉर्म अथवा BE Full Form, ‘Bachelor of Engineering‘ होता है।इसे हिंदी में ‘बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग‘ कहते है।”
B – Bachelor of
E – Engineering .
इसे BE Full Form In English भी कहते हैं।
BE Full Form in Hindi –
दोस्तों जैसा की मैंने आपको ऊपर बताया की BE Full Form, Bachelor of Engineering होता है। आइये अब जानते हैं कि BE Full Form In Hindi अथवा हिंदी में BE को क्या कहते हैं –
“BE अथवा Bachelor Of Engineering को हिंदी में ‘इंजीनियरिंग में स्नातक’ कहते हैं।”
Bachelor of Engineering –
जैसा की इसके नाम से ही स्पष्ट होता है कि यह इंजीनियरिंग की एक डिग्री होती हैं, Bachelor of Engineering(BE) एक Professional Degree का Program होता हैं। BE इंजीनियरिंग के क्षेत्र में चार वर्षीय स्नातक डिग्री कार्यक्रम होता है।
यह डिग्री B.Tech डिग्री के समकक्ष मानी जाती है। इंजीनियरिंग की यह डिग्री बहुत से अलग-अलग फील्ड में अनेकों IIT, NIT, राज्यों तथा केंद्रीय विश्वविद्यालयों अथवा इंस्टिट्यूटों और कई अन्य निजी संस्थानों द्वारा प्रदान की जाती है।
BE कोर्स भारत, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका, रूस, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका और कई अन्य देशों में भी उपलब्ध है।
BE कोर्स के लिए योग्यता (Educational Qualification For BE) –
जैसा की आप जानते ही होंगे कि विश्व में प्रत्येक कोर्स को करने के लिए कुछ योग्यताएं मांगी जाती हैं। उसी प्रकार BE का कोर्स करने के लिए भी कुछ योग्यताएं मांगी जाती हैं। आइये जानते हैं कि BE कोर्स को करने के लिए कौन-कौन सी योग्यताएं मांगी जाती हैं –
- जो भी विद्यार्थी BE में प्रवेश लेना चाहते हैं उन्हें किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान(Chemistry) और गणित(Mathematics) तीनों विषयों के साथ और कम से कम 60% अंक के साथ 12वीं पास होना अनिवार्य होता है।
- इंजीनियरिंग के एंट्रेंस एग्जाम को पास किया होना चाहिए।
- भारत देश का नागरिक होना चाहिए।
ऊपर दिए गए बिंदुओं को जो पूरा करता है वह BE कोर्स में प्रवेश ले सकता है।
B.E. कोर्स कितने साल का होता है (BE Course Duration) –
“आपको बता दें कि B.E. कोर्स भारत में पूरे 4 साल का होता हैं। 4 साल के इस कोर्स में कुल 8 सेमेस्टर होते हैं तथा प्रत्येक सेमेस्टर 6 महीने का होता हैं।”
प्रत्येक सेमेस्टर के अंत में परीक्षा कराई जाती है। परीक्षा को पास करने के पश्चात् ही आप अगले सेमेस्टर में जानें के योग्य होते हैं।
लेकिन अलग-अलग देशों में B.E. कोर्स की अवधि भिन्न-भिन्न हो सकती है।B.E. कोर्स की अवधि अलग-अलग देशों में 3 वर्ष से 5 वर्ष तक हो सकती है। इंजीनियरिंग के प्रत्येक क्षेत्र में B.E. कोर्स का अपना अलग विषयों का सेट होता है।
Branches of BE (BE की शाखाएं) –
BE की विभिन्न शाखाएं होती हैं। BE का कोर्स इंजिनियरिंग की अलग अलग क्षेत्र के हिसाब से किसी भी फील्ड में किया जा सकता है जिसे BE की शाखा कहते हैं।
विद्यार्थी अथवा छात्र अपनी रुचि अनुसार नीचे दिए गए BE की शाखाओं में से किसी भी एक शाखा से B.E. की डिग्री प्राप्त कर सकता है तो आइये BE की शाखाओं को जानते हैं –
- Electrical Engineering
- Civil Engineering
- Electronics and Telecommunication Engineering
- Computer Science and Engineering
- Mechanical Engineering
- Mining Engineering
- Chemical Engineering
- Aerospace Engineering
- Automotive Engineering
- Information Technology
- Textiles Engineering, etc.
ऊपर दिए गए बिंदुओं में किसी भी एक शाखा से आप BE अथवा Bachelor of Engineering पूरा कर सकते हैं।
Entrance Exams For BE in India (भारत में BE के लिए प्रवेश परीक्षाएं) –
भारत में BE कोर्स में प्रवेश (Admission) लेने के लिए प्रत्येक विद्यार्थी को Entrance Exam(प्रवेश परीक्षा) पास करना होता है।
भारत में होने वाले कुछ महत्वपूर्ण BE Entrance Exams के नाम निम्नलिखित हैं –
- Indian Institute of Technology Joint Entrance Examination (IIT-JEE)
- Graduate Aptitude Test in Engineering (GATE)
- Delhi University Combined Entrance Examination (DUCEE)
- All India Engineering/Pharmacy/Architecture Entrance Examination (AIEEE)
- Common Entrance Test (CET), Chandigarh
- Uttar Pradesh State Entrance Examination (UPSEE)
- Gujarat Common Entrance Test (GUJCET)
- Goa Common Entrance Test (GCET)
- Rajasthan Pre Engineering Test (RPET)
- Bihar Combined Entrance Competitive Examination (BCECE), ect.
ऊपर दिए गए सभी बिंदु BE के लिए प्रयुक्त एवं मुख्य प्रवेश परीक्षाएं हैं। इनमें से किसी भी परीक्षा के पास करके आप BE में प्रवेश के लिए योग्य हो जायेंगे।
Best BE Colleges in India (भारत में BE के लिए बेस्ट कॉलेजेस) –
दोस्तों अब आपका यह प्रश्न जरूर होगा कि BE अथवा इंजीनियरिंग में स्नातक करने के लिए सबसे अच्छा कॉलेज कौन-कौन से हैं।
तो दोस्तों हमने आपको नीचे भारत में कुछ पॉपुलर और सबसे अच्छे कॉलेजों की सूची दी हुई है कृपया ध्यानपूर्वक पढ़े –
- Indian Institute of Technology, Delhi
- Indian Institute of Technology, Kanpur
- Indian Institute of Technology, Guwahati
- Indian Institute of Technology, Madras
- Indian Institute of Technology, Kharagpur
- Indian Institute of Technology, Roorkee
- Indian Institute of Technology, Bombay (Mumbai)
- Indian Institute of Technology, Varanasi
- Institute of Chemical Technology, Mumbai
- Indian School of Mines, Dhanbad
- International Institute of Information Technology, Hyderabad
- Army Institute of Technology, Pune
- Bharati Vidyapeeth Deemed University College of Engineering, Pune
- Birla Institute of Technology and Science, Pilani, etc.
ऊपर दिए गए सभी बिंदु भारत में BE अथवा इंजीनियरिंग में स्नातक करने के लिए बेहतरीन कॉलेजेस हैं आप इनमें से किसी भी एक इंस्टिट्यूट से अपनी इंजीनियरिंग पूरी कर सकते हैं।
Job Opportunities After B.E अथवा Carrier Scope After B.E. –
अब आपके मन में यह प्रश्न जरूर उठ रहा होगा कि यदि हमने BE पूरा कर लिया तो उसके बाद हमें नौकरी मिलेगी अथवा नहीं तो मैं आपको बता दूं कि BE पूरा करने के तुरंत बाद ही अनेक बड़ी-बड़ी कम्पनियों के द्वारा आपको अच्छी सैलरी के पैकेज पर बुला लिया जाता है। और
BE करने के बाद छात्रों को कॉलेज से ही प्लेसमेंट आसानी से मिल जाता है, यदि किसी छात्र को किसी कारणवश प्लेसमेंट नहीं मिलता तो प्राइवेट कम्पनी में आप जॉब के लिए प्रयास कर सकते हैं और वंहा इंटरव्यू देकर आप आसानी से जॉब पा सकेंगे। और
इसमें करियर भी बहुत अच्छा होता है इस क्षेत्र में कम कार्य के साथ अधिक तनख्वाह मिलती है।
Salary After BE (BE करने के बाद सैलरी कितनी मिलती है?) –
एक छात्र को BE करने के बाद कंप्यूटर इंजिनियर, सिविल इंजिनियर, और मैकेनिकल इंजिनियर तथा उसने किस विषय से इंजीनियरिंग में स्नातक किया हुआ होता है उसे उसी क्षेत्र की नौकरी मिलती है।
शुरुआत में इंजीनियर को किसी भी क्षेत्र में शुरुआत में रुपए 15 हजार से 40 हजार प्रति महीने की सैलरी मिलती है। और
इसके बाद जैसे-जैसे आपके कार्य का अनुभव बढ़ता जाता है वैसे-वैसे आपकी सैलरी भी लाखों में पहुंच जाती है।
इसके अलावा कुछ विद्यार्थी अपनी खुद की कम्पनी अथवा संस्था भी शुरू कर लेते हैं।
सैलरी = 15 हजार – 40 हजार (औसतन)।
B.E. और B.Tech में क्या अंतर होता है? (Difference in B.E. and B.Tech) –
भारत में इंजीनियरिंग करने की वाले अधिकतर छात्रों के मन में यह प्रश्न जरूर होता है कि – BE और B.Tech में क्या अंतर होता है? अथवा (Difference in B.E. and B.Tech). तो आइये जानते हैं –
कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि B.E. तथा B.Tech एक ही कोर्स होते हैं बस इन दोनों का नाम अलग हैं लेकिन मैं आपको बता दूं कि B.E. तथा B.Tech एक ही कोर्स नहीं बल्कि इन दोनों कोर्सो में बहुत अंतर होता है जो आपको नीचे स्पष्ट कर दिया गया है –
भारत में दो प्रकार के कॉलेज हैं। पहला वो कॉलेज जो इंजीनियरिंग के साथ-साथ Science, Art, और Commerce इत्यादि बहुत से विषयों में डिग्री देते हैं और आमतौर पर विश्वविद्यालय कहलाते हैं। दूसरा जो सिर्फ इंजीनियरिंग की ही डिग्री देते हैं और आमतौर पर इंस्टीट्यूट के नाम से जाने जाते हैं।
इंजीनियरिंग के साथ अन्य डिग्रियां देने वाले विश्वविद्यालय अपने इंजीनियरिंग की डिग्री को BE (Bachelor of Engineering) कहते हैं जबकि केवल इंजीनियरिंग जैसे प्रोफेशनल कोर्स कराने वाले इंस्टीट्यूट अपने इंजीनियरिंग की डिग्री को B.Tech (Bachelor of Technology) नाम देते हैं।
आइये B.E. और B.Tech के बीच कुछ प्रमुख अंतर को समझते हैं –
Bachelor of Engineering (BE) –
- BE को नॉलेज बेस्ड कोर्स माना जाता है।
- नॉलेज बेस्ड कोर्स होने के कारण इसमें कोर्स अपडेट तो किया जाता है लेकिन B.Tech कि तरह लगातार नहीं।
- BE के कोर्स में सिद्धांत पर ज्यादा जोर दिया जाता है और यह मजबूत बुनियादी बातों पर केंद्रित होता है।
- इंटर्नशिप और औद्योगिक दौरे पाठ्यक्रम का अनिवार्य हिस्सा नहीं होते हैं।
- आमतौर पर जो संस्थान BE का कोर्स कराते हैं वे विश्वविद्यालय कहलाते हैं और वे इसके साथ अन्य डिग्रियां (जैसे कला, विज्ञान और शिक्षा इत्यादि) भी कराते हैं।
- कुछ लोकप्रिय कॉलेज हैं– NSIT और अन्ना यूनिवर्सिटी चेन्नई, आदि।
Bachelor of Technology (B.Tech) –
- B.Tech स्किल बेस्ड कोर्स माना जाता है।
- B.Tech प्रैक्टिकल बेस्ड कोर्स होने के कारण B.Tech में कोर्स का पाठ्यक्रम अधिक अप-टू-डेट माना जाता है।
- B.Tech के कोर्स में सैद्धांतिक पहलुओं की बजाय प्रैक्टिकल पर अधिक जोर दिया जाता है।
- इंटर्नशिप और औद्योगिक दौरे पाठ्यक्रम का अनिवार्य हिस्सा होते हैं।
- आमतौर पर जो संस्थान B.Tech का कोर्स करवाते हैं वे इंस्टीट्यूट कहलाते हैं और वे सिर्फ इंजीनियरिंग की ही पढ़ाई कराते हैं।
- कुछ लोकप्रिय कॉलेज हैं– IIT, NIT और DTU, आदि।
B.E. और B.Tech इन दोनो कोर्सों में जहां कुछ अन्तर है वहीं इन दोनो कोर्सेज में कुछ समानताएं भी पायी जाती हैं तो आइये जानते हैं –
दोनों कोर्सेज के बीच की समानताएं हैं –
- भारत में दोनों ही कोर्सों की अवधि 4 वर्ष होती है।
- All India Council for Technical Education (AICTE) ने स्पष्ट कर दिया है कि वह दोनों डिग्रियों को अलग नहीं मानेगी और दोनों ही को वह समान मान्यता प्रदान करती है।
- दोनों ही कोर्सेज का तरीका और दृष्टिकोण अलग हो सकता है लेकिन यदि हम पाठ्यक्रम की विषयवस्तु को करीब से देखें तो ये लगभग एक जैसे ही होते हैं।
- प्रत्येक वर्ष में 2 सेमेस्टर और 4 वर्षों में कुल 8 सेमेस्टर के साथ दोनों ही कोर्सेज सेमेस्टर पैटर्न का पालन करते हैं।
- अगर B.E. डिग्री किए उम्मीदवारों के लिए कोई भर्ती की अधिसूचना जारी की जाती है तो B.Tech डिग्री करने वाले उम्मीदवार भी उसमें हिस्सा लेने के पात्र होंगे और यही बात B.Tech डिग्रीधारियों के लिए जारी अधिसूचना पर भी लागू होगी।
- दोनों ही डिग्रियां करने के बाद एक जैसा ही अवसर मिलता है और भविष्य बनता है।
BE अथवा B.Tech में से किसमें Job Opportunity और करियर होता है?
B.E. अथवा B.Tech दोनों डिग्री के लिए नौकरी की संभावनाएं बहुत हद तक समान होती हैं। एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट या तो नौकरी का ऑप्शन चुन सकता है या उच्च शिक्षा के लिए – जैसे M.Tech या ME – GATE परीक्षा के माध्यम से या यहां तक कि GATE स्कोर किए के बिना भी M.Tech कर सकता है। यदि कोई भी स्टूडेंट उच्च शिक्षा के लिए आवेदन करता है, तो दोनों कोर्स समान महत्व रखते हैं। दूसरे देशों में भी दोनों डिग्रियों को एक दूसरे के समान ही माना जाता है।
इंजीनियरिंग में स्नातक पूरा करने के बाद, एक छात्र के लिए M.E., MBA और M.SC जैसे आगे के Course भी उपलब्ध होते है या फिर M.Tech अथवा M.S. की डिग्री के लिए भी अप्लाई कर सकता है। यदि आपके इंजीनियरिंग करने का कारण आपका जुनून और रुचि है तो निश्चित रूप से आपके लिए M.Tech या फिर M.S. एक अच्छा Career ऑप्शन हो सकता है। इसके लिए, आपको भारत के साथ-साथ विदेशों में एक अच्छे कॉलेज में प्रवेश पाने के लिए गेट (GATE), जीआरई (GRE) और आईएलटीएस (IELTS) जैसी प्रवेश परीक्षाओं में अच्छे स्कोर लाने होंगे।
इंजीनियरिंग की डिग्री को दुनिया भर के प्रतिष्ठित कोर्स में एक माना जाता हैं क्यूंकि यह टेक्नोलोजी के लेटेस्ट ट्रेंड्स के विकास में मददगार साबित होती हैं।
इंजीनियरिंग में स्नातक के बाद आपके पास सार्वजनिक, प्राइवेट या सरकारी क्षेत्र में नौकरी पाने की अधिक संभावना होती है। आपको बस BE /B.Tech में कम से कम 60 प्रतिशत अंक चाहिए।
B.E. के बाद सरकारी नौकरी कैसे पायें –
जो विद्यार्थीगण सरकारी नौकरी में करना चाहते हैं, उन्हें IES(Indian Engineering Services) अथवा भारतीय इंजीनियरिंग सेवा की परीक्षा देनी चाहिए जो भारत में विभिन्न सरकारी विभागों में नौकरी प्रदान करती है।
Other BE Full Forms (BE के अन्य फुल फॉर्म्स) –
तो दोस्तों ऊपर हमने आपको BE ka Full Form, Bachelor of Engineering के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी है लेकिन दोस्तों अलग-अलग क्षेत्र में BE के अन्य Full Forms भी होते हैं तो आइये other Full Form of BE को जानते हैं –
BE Full Form in Share Market (शेयर बाजार में BE का फुल फॉर्म क्या होता है?) –
दोस्तों शेयर मार्केट में BE का फुल फार्म, ‘Book Entry’ होता है।BE Full Form in Share Market – Book Entry. विस्तार में :- बुक एंट्री शेयर्स के स्वामित्व को ट्रैक करने का एक तरीका है जहां निवेशकों को भौतिक रूप से शेयर्स का प्रमाण पत्र नहीं दिया जाता है। इस तरीके में शेयर्स को कागजी रूप के बजाय इलेक्ट्रॉनिक रूप से ट्रैक किया जाता है जिससे निवेशकों को स्वामित्व के प्रमाण के रूप में एक कागजी प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए बिना शेयर्स का ट्रेडिंग या ट्रांसफर करने की अनुमति मिलती है।
BE Full Form in Chemistry (रसायन में BE का फुल फॉर्म क्या होता है?) –
तो दोस्तों केमिस्ट्री में BE ka Full Form, ‘Beryllium’ होता है।
BE Full Form in Chemistry – Beryllium.
विस्तार में – Beryllium (बेरिलियम) एक रासायनिक तत्व होता है जिसका symbol (प्रतीक) ‘Be’ होता है। रसायन में इस तत्व का परमाणु क्रमांक 4 होता है।
BE Full Form in Medical (मेडीकल में BE का फुल फॉर्म क्या होता है?) –
मेडिकल में BE का फुल फॉर्म, Barium Enema होता है।
BE Full Form in Medical – Barium Enema.
विस्तार में – Barium Enema kya hai? –
यह एक प्रकार का जाँच (Test) होता है। एक कंट्रास्ट बेरियम एनीमा बड़ी आंत की तस्वीर बनाता है। इसमें आंत और मलाशय दोनों शामिल होते हैं।
BE Full Form in Budget (बजट में BE का फुल फॉर्म क्या होता है?) –
बजट में BE का फुल फॉर्म, Budget Estimate(बजट अनुमान) होता है।
BE Full Form in Budget : Budget Estimate.
विस्तार में – एक Budget Estimate (बजट अनुमान) भारत में किसी परियोजना के कार्यों में लगने वाली राशि का पूर्वानुमान होता है।
जब भी किसी कार्य की योजना बनाई जाती है तो उस योजना में खर्च होने वाली राशि का पहले ही अनुमान लगाया जाता है की किस मद के कार्य के लिए कितने धन(Budget) कि आवश्यकता होगी। यह अनुमान लगाना ही Budget Estimate अथवा बजट अनुमान कहलाता है।
FAQs About BE Full Form (BE के बारे में साधारण प्रश्न) –
Q. What is BE Full Form (BE का फुल फॉर्म क्या है?)
Ans – BE का फुल फॉर्म ‘Bachelor of Engineering‘ (बैचलर ऑफ़ इंजीनियरिंग) होता है। इसको हिंदी में “इंजीनियरी में स्नातक” कहते है।
BE Full Form – Bachelor of Engineering.
Q. What is BE Full Form in Economics?
Ans – BE Full Form in Economics is Bonehead Economics.Which degree program is better in terms of job opportunities and future – B.E. or B.Tech.?
जॉब ऑपर्च्युनिटी और भविष्य के हिसाब से B.E.और B.Tech. दोनों ही डिग्रियों को समान मान्यता प्राप्त है।
हालांकि इस मामले में आपका कॉलेज (आप जिस कॉलेज से इंजिनियरिंग कर रहे हैं) और इंजीनियरिंग की शाखा (आप जिस क्षेत्र में ये कोर्स कर रहे हैं) ये ज्यादा मायने रखती है।
Q. अगर दो कॉलेजों का दर्जा बराबर है तो हम बी.ई. या बी.टेक में से किसे वरीयता दें ?
Ans – अगर छात्र रिसर्च जैसे कामों में रुचि रखता है और उच्च शिक्षा करना चाहता है तो उसे B.Tech. की जगह B.E. करना चाहिए। हालांकि दोनों कोर्सेज का पाठ्यक्रम लगभग समान है लेकिन पढ़ाई कराने का तरीका अलग-अलग हो सकता हैं।संक्षेप में वर्तमान परिस्थितियों में B.E.और B.Tech. में कोई खास अंतर नहीं है और कोई भी डिग्री दूसरे के मुकाबले बेहतर नहीं है। कॉलेज और विषय ही है जो मायने रखता है।
किसी भी कोर्स के लिए दाखिला लेते समय आपको उसी कॉलेज या विश्वविद्यालय को चुनना चाहिए जिसका बुनियादी ढांचा, शिक्षक, कैंपस प्लेसमेंट बेहतर हो और उनके द्वारा कराए जाने वाले कोर्स को AICTE एवं UGC से मान्यता प्राप्त हो।
Q. B.Tech या B.E दोनों में से कौन सा कोर्स ज्यादा बेहतर है? B.Tech or B.E. – Which Course is Better?
Ans – B.E या B.Tech इंजीनियरिंग फील्ड की इन दोनों ही डिग्रियों का समाज में अपना-अपना महत्व है। यदि कोई छात्र हार्डवेयर के निर्माण में लगे क्षेत्र में शामिल होना चाहता है, तो उसके लिए B.E क्षेत्र अधिक उपयुक्त है। वहीं यदि कोई व्यक्ति ऐसे क्षेत्र में शामिल होना चाहता है जो हार्डवेयर को संशोधित करके अधिक कुशल या आकर्षक बनाता है, तो उनके लिए B.Tech कोर्स अधिक उपयुक्त है।आप अपनी रुचि और अपनी भविष्य की योजनाओं के आधार पर इनमें से किसी एक क्षेत्र को चुन सकते हैं। लेकिन कुछ ऐसे कॉलेज हैं जो केवल B.E में ही डिग्री कोर्स प्रदान करते हैं और कुछ केवल B.Tech में ही डिग्री कोर्स प्रदान करते है इसलिए, एक आप अपने मनपसंद कॉलेज के आधार पर एक विशेष डिग्री का विकल्प चुन सकता है। वर्तमान में B.E या B.Tech कोई भी डिग्री एक दूसरे से श्रेष्ठ नहीं है बल्कि दोनों सामान है।
Conclusion –
तो दोस्तों आज के इस लेख में हमने आपको BE का फुल फॉर्म (BE Full Form), BE क्या है? तथा BE के बारे में डिटेल में जानकारी दी है। उम्मीद करता हूं कि मेरे द्वारा दी गई यह जानकारी आपके लिए लाभदायक होगी। आर्टिकल को पूरा पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद!